लोकतंत्र में छापों का औचित्य – सोनी बंजारे
सारंंगढ़ । नगर पालिका अध्यक्ष सोनी अजय बंजारे ने कहा कि – भारतीय लोकतंत्र दुनिया का सबसे बड़ा लोक तंत्र है । इसकी साफ-सफाई के लिए सरकार जो कार्यवाही कर रही है वह सराहनीय है , लेकिन सवाल यह है ? कि – यह सब कार्य विरोधी दलों के नेताओं , विरोधी दलों के साहू कारों और सिर्फ उन सेठों के खिलाफ क्यों हो रही है ? जो कुछ विरोधी दलों के साथ गठजोड़ किए हुए हैं । यदि कांग्रेसी नेता के खिलाफ जांच हो रही है तो क्या ? अन्य सभी दलों के नेता दूध के धुले हैं । सभी दलों के नेताओं के यहां छापे क्यों नहीं पड़ रही ? यदि मोदी जी कुछ भाजपा के नेताओं के यहां भी छापे डलवाने की हिम्मत कर ले तो भारत के विलक्षण और ऐतिहासिक प्रधानमंत्री माने जाएंगे ।भाजपा के मंत्रियों और मुख्यमंत्रियों को उनके पद से हटाया जाना काफी नहीं है ?उनकी जांच करवाना और दोषी पाए जाने पर उन्हें सजा दिलवा दी जाए तो भारतीय राजनीति में स्वच्छता का शुभारंभ हो सकता है । कहते हैं कि मालवा की महारानी अहिल्याबाई ने अपने पुत्र को ही दोषी पाए जाने पर हाथी के पांव के नीचे कुचलवा दिया था। केंद्र सरकार चुनाव जीतने का प्रथम मंत्र है कांग्रेसियों के यहां छापा डलवा दीजिए ? आप महा नायक बन जाएंगे । लेकिन जो सरकार सिर्फ अपने विरोधियों के यहां छापे डलवाती है और उन नेताओं सेठों को छोड़ देती है जो उसके अपने पार्टी के माने जाते हैं उस सरकार की छवि चुपचाप पेंदे में बैठती चली जाती है । जैसे रायगढ़ जिले में ईडी ,आईटी की कार्यवाही हो रही हैं । ईडी , आईडी का छापा छत्तीसगढ़ में ही क्यों ?