50 हजार की रिश्वत के साथ एसीबी की टीम ने जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय में पदस्थ आर टी ई के प्रभारी या कर्मचारी को रंगे हाथों पकड़ा
कुछ भी कहने बचते रहे शिक्षा विभाग के अधिकारी व एसीबी की टीम
सारंगढ़ नगर के नामचीन शिक्षण संस्थाओं के साथ ही नगर के आसपास ग्रामीण अंचलों के अलावे पूरे जिले में प्रायवेट शिक्षण संस्थानों की भरमार
सारंगढ़ । सारंगढ़ बिलाईगढ़ जिले के जिला मुख्यालय सारंगढ़ नगर क्षेत्र में संचालित निजी विद्यालय हो या फिर विश्वविद्यालय संस्था के साथ ही सारंगढ़ नगर व आसपास स्थित शैक्षणिक संस्थानों के द्वारा जिस तरह शिक्षा के नाम पर अपनी संस्थानों के माध्यम से लोगों को लूटा जा रहा है जिसमें शासन के द्वारा जहां शिक्षा के अधिकार के तहत गरीबी रेखा से नीचे जीवनयापन करने वाले बच्चों के अलावे निम्न तबके के परिवारों के बच्चों के लिए हर जिला मुख्यालय के साथ ही ब्लाक व पंचायत स्तर पर संचालित शैक्षणिक संस्थानों में कक्षा पहली से लेकर शायद आठवीं कक्षा तक निशुल्क शिक्षा प्रदान करने नियम बनाए गए हैं तो वहीं इस नियम का बेजा लाभ सारंगढ़ नगर के साथ ही आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों में संचालित नामचीन शैक्षणिक संस्थानों और शिक्षा विभाग के अधिकारियों की मिलीभगत से इस जिला सारंगढ़ बिलाईगढ जिला मुख्यालय के साथ ही अंचल व पूरे जिले में शिक्षा का अधिकार कानून आर टी ई का ना जाने कितने समय से माखौल उड़ाते रहे हैं इसी कड़ी में आज जिला मुख्यालय में जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय में एन्टी करप्शन ब्यूरो की टीम जो इसी आर टी ई के तहत मिले शिकायत पर दो गाड़ियों में पहुंची टीम के द्वारा कार्यालय जिला शिक्षा अधिकारी में पदस्थ एक कर्मचारी अरुण दुबे को 50000 रुपए की रिश्वत लेते हुए पकड़ने की बात सामने आई है बहरहाल छापामार कार्यवाही करते हुए जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय में बिलासपुर acb की टीम लगभग 3:00 बजे के आसपास deo कार्यालय में देती हैं और rte डिपार्टमेंट को देखने वाले कर्मचारी अरुण दुबे को 50000 रुपए के साथ पकड़ती हौ बताया जा रहा है कि अरुण दुबे ने जितने भी प्राइवेट स्कूल हैं rte बिल को पास करना है प्रति फाइल पर पैसे का मांग किया गया था बताया जा रहा है कि ₹100000 से कम के बिल पर ₹3000 और 1 लाख से अधिक के बील Eyes ₹5000 रुपए मांग किए जाने की बात भी सामने आ रही है व आज के मामले में भी दो से ढाई लाख रुपए का मांगने की बात सामने आ रही जिसकी पहली क़िस्त के रूप में ₹50000 देने की बात भी सामने आ रही है लेकिन वास्तविकता क्या है यह जांच का विषय है जिसमें संबंधित मामले मामले में शिकायतकर्ता के द्वारा उक्त राशि देने से पूर्व जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय में आज संबंधित शिकायतकर्ता के द्वारा रकम देने पहुंचे तो इसी इस बीच एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम ने दबिश देकर धर दबोचा लगभग 3 घंठे तक गहन पूछताछ चली और उसके बाद आरोपी को एसीबी की टीम ने गिरफ्तार कर आगे की कार्यवाही में जुट गई है जिसमें वास्तविकता क्या है यह एंटि करप्शन ब्यूरो की टीम की जांच के बाद ही पता चलेगा।