सारंगढ़ लोकसभा क्षेत्र के रूप मे सन् 1977 में आई और यह लोक सभा क्षेत्र 2008 तक बना रहा। 2009 में सारंगढ़ लोकसभा सीट को विलोपित कर रायगढ लोकसभा क्षेत्र मे शामिल कर दिया गया। सारंगढ़ लोक सभा क्षेत्र के प्रथम सांसद भाजपा से गोविंद राम मिरि चुने गये जबकि गुहा राम अजगल्ले भाजपा अंतिम सांसद रहे। सारंगढ़ लोकसभा सीट में आठ विधानसभा क्षेत्र आते थे रायगढ़ जिले की दो विधानसभा सारंगढ़ और सरिया के अलावा पामगढ़, मालखरौंदा,चंद्रपुर पलारी, कसडोल और भटगांव इन सब को मिलाकर सारंगढ़ लोकसभा सीट बनी थी।
सारंगढ़ लोकसभा के लिए 1977 में हुए पहले चुनाव में भाजपा ने यहाँ जीत हासिल की थी और उसके उम्मीदवार गोविंदराम मिरी सारंगढ़ के पहले संसद चुने गए लेकिन इसके बाद 1980 से 1998 के बीच हुए चुनाव में कांग्रेस के परसराम भारद्वाज लगातार 6 बार सांसद चुने गए। सारंगढ़ लोक सभा कांग्रेस का गढ़ रहा यहां सन् 1980से 1998तक लगातार यह सीट कांग्रेस की झोली मे रहा 1999मे भाजपा के पी आर खुंटे और सन 2004मे भाजपा के गुहा राम अजगल्ले चुने गए उसके बाद सारंगढ़ लोकसभा क्षेत्र को रायगढ़ लोकसभा क्षेत्र मे शामिल कर दिया गया।सारंगढ़ सीट पर कुल हुए 9 चुनाव में 6 बार कांग्रेस के तो तीन बार भाजपा के सांसद चुने गए। सारंगढ़ लोक सभा का पहला और अंतिम सांसद भाजपा के ही रहे।सन्1999से सारंगढ़ लोक सभा जो कि आज रायगढ़ लोक सभा मे है इसमे सन्1999से आज तक लगातार चार चुनाव भाजपा ही अपने खाते मे कर रही है अब इस बार सारंगढ़ रियासत की राजकुमारी डा.मेनका देवि सिंह कांग्रेस के टिकट पर चुनाव मैदान मे हैं देखना है कि परिणाम क्या होता है।चुंकि रायगढ़ लोकसभा का परिणाम मुख्यमंत्री विष्णु देव साय और वित्तमंत्री ओपी चौधरी के प्रतिष्ठा का विषय है।
सारंगढ़ लोकसभा से निर्वाचित हुए सांसदों की सूची :-
1977: गोविंदराम मिरी , जनता पार्टी
1980: परस राम भारद्वाज , भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस
1984: परस राम भारद्वाज , भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस
1989: परस राम भारद्वाज , भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस
1991: परस राम भारद्वाज , भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस
1996: परस राम भारद्वाज , भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस
1998: परस राम भारद्वाज , भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस
1999: पीआर खुटे , भारतीय जनता पार्टी
2004: गुहाराम अजगल्ले , भारतीय जनता पार्टी
2008 के बाद सारंगढ़ सीट को विलोपित कर दिया।