क्यों नाबालिग लड़की के पिता ने बृजभूषण के खिलाफ बयान बदलने का फैसला किया? . पहलवानों ने खेलमंत्री अनुराग ठाकुर से 7 जून को हुई बातचीत के बारे में बताया. ओलंपिक पदक विजेता साक्षी मलिक ने कहा, ‘यह साबित हो चुका है कि बयान धारा 161 और 164 के तहत रिकॉर्ड किये गए और बदल गए हैं. ओलंपियन बजरंग पूनिया ने कहा है कि भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) के निवर्तमान अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ यौन उत्पीड़न मामले में बयान बदलने वाली नाबालिग लड़की के पिता ने कहा था कि वह ‘काफी दबाव में’ थे और इसी वजह से पूरा परिवार ‘डिप्रेशन में’ था. एएनआई के साथ एक साक्षात्कार में बजरंग पूनिया, जो डब्ल्यूएफआई प्रमुख के खिलाफ पहलवानों के विरोध का एक प्रमुख चेहरा रहे हैं, ने शनिवार को कहा, ‘यदि कोई व्यक्ति दबाव में है, तो उसे कुछ भी कहने के लिए मजबूर किया जा सकता है’. उन्होंने कहा कि यदि सरकार के आश्वासन के मुताबिक 15 जून तक मामले में आरोप पत्र दाखिल नहीं किया गया तो पहलवान और बड़ा विरोध प्रदर्शन करेंगे. पूनिया ने कहा कि वह नाबालिग के मजिस्ट्रेट के सामने बयान बदलने या उसके पिता की टिप्पणी पर अपनी तरफ से कोई टिप्पणी नहीं करेंगे. पूनिया ने एएनआई से कहा, ‘नाबालिग पहलवान के पिता ने कहा है कि उन पर हर तरफ से बहुत दबाव था, उनका परिवार काफी दबाव में था. मीडिया ने यह हिस्सा नहीं दिखाया… इसने केवल यह दिखाया कि बयान वापस ले लिया गया है, लेकिन इसका कारण नहीं बताया गया है.’ ओलंपियन ने आगे कहा, ‘अगर बृजभूषण जैसे लोग बाहर घूमेंगे तो पीड़ितों पर दबाव बनना निश्चित है। दबाव में लोग कुछ भी कह सकते हैं। ओलंपिक पहलवान ने कहा, ‘लड़की के नाबालिग होने या न होने की पूरी जानकारी केवल उसके परिवार के सदस्य ही दे सकते हैं. यह विडम्बना है कि
अफवाहें फैलाई जा रही हैं कि पहलवान मंत्रियों के साथ समझौता कर रहे हैं।सरकार ने पहलवानों को आश्वासन दिया कि हमारी मांगों पर गौर किया जाएगा. ।