विकास खंड स्तरीय कबाड़ से जुगाड कार्यक्रम=ग्रामीण प्रतिभाओं की खोज एवम वैज्ञानिक दृष्टिकोण पैदा करने की अभिनव पहल
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प्राथमिक/ माध्यमिक के बच्चों ने दिखाया कला कौशल का जौहर
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सारंगढ़=समग्र शिक्षा कार्यक्रम के तहत इन दिनों जिला के सभी विकास खंडों में कबाड़ से जुगाड कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है ।इस अभियान के अंतर्गत कबाड़/अनुपयोगी हो चुके वस्तुओं को एकत्र कर उपयोगी एवम पठन पाठन के लिए सहायक शिक्षण सामग्री बनाने पर जोर दिया जा रहा है।इस कार्यक्रम का उद्देश्य ग्रामीण अंचलों में अध्ध्ययन् रत विद्यार्थियों मे अंतर्निहित प्रतिभा की खोज करना एवम स्थानीय परिवेश के अनुरूप पर्यावरण संरक्षण के साथ साथ वैज्ञानिक नजरिए /सोच विकसित करना है। इन्ही उद्देश्यों को लेकर कलेक्टर डी राहुल वेंकट के निर्देशानुसार ओएसडी जिला शिक्षा श्रीमती जांगड़े मैडम एवम जिला मिशन समन्वयक नरेंद्र चौधरी के कुशल मार्गदर्शन में आज दिनांक 28अक्टूबर को स्थानीय आत्मानंद इंग्लिश विद्यालय सारंगढ़ मे विकासखंड स्तरीय कबाड़ से जुगाड कार्यशाला का आयोजन किया गया। शून्य निवेश नवाचारी शिक्षा के अवधारणा के अंतर्गत सभी स्तर के बच्चों ने वैज्ञानिक प्रतिभा का प्रदर्शन करते हुए विज्ञान,गणित और पर्यावरण से संबंधित विविध आकर्षक,ज्ञानवर्धक मॉडलों का प्रस्तुतिकरण किए। विकास खंड के सभी चौवन संकुलों से चयनित सभी स्तर के प्रतिभागियों ने सहभागिता करते हुए अपनी अपनी। वैज्ञानिक प्रतिभा का शानदार प्रदर्शन किए।विकासखंड शिक्षा अधिकारी आरके कश्यप ने इस कार्यक्रम के बारे मे बताया कि इस अभियान का उद्देश्य बच्चों मे विज्ञान एवम गणित के लिए उत्सुकता और सृजनता की भावना का समावेश करना है। ओ एस डी जिला शिक्षा श्रीमती जांगड़े मैडम ने बच्चों की वैज्ञानिक प्रतिभा की सराहना करते हुए कहा कि ग्रामीण बाल प्रतिभाओं को एक बेहतर मंच देने के लिए सरकार बच्चों को राष्ट्रीय आविष्कार अभियान से जोड़ने जा रही है।इस अभियान के तहत गणित और विज्ञान विषयों मे रुचि रखने वाले बच्चों को आविष्कार करने के लिए प्रेरित करने के लिए सार्थक पहल किया जा रहा है।कार्यक्रम के मुख्य अतिथि पुरषोत्तम साहू एवम विशिष्ट अतिथिगण अरुण मालाकार,सूरज तिवारी तथा अन्य जनप्रतिनिधियों ने बाल वैज्ञानिकों की बहुमुखी प्रतिभा एवम कला कौशल की मुक्त कंठ से प्रसंशा करते हुए उन्हें जिला स्तरीय प्रतियोगिता के लिए शुभकामनाएं दिए ।अतिथि गणों ने कहा कि ग्रामीण अंचलों में पढ़ने वाले बच्चों मे प्रतिभा की कोई कमी नही है। जरूरत है उन्हें पहचानने,तराशने,संवारने और संरक्षण की । आज के इस कार्यक्रम मे बच्चों के द्वारा विभिन्न उपयोगी मॉडल उनके बहुमुखी प्रतिभा और वैज्ञानिक नजरिए को प्रदर्शित करता है।