गबन के आरोपी को ही जांच दल मे किया गया शामिल @@मामला ग्राम पंचायत गोडिहारी का@@ **जांच अधिकारियों के सामने ही सचिव नहीं सरपंच को घुड़काकर की बात*** विकासखंड सारंगढ़ के सबसे बड़े पंचायत ग्राम पंचायत गुढ़ियारी जिसमें दलित महिला सरपंच हेमलता अरिल्ले सारंगढ़ एसडीएम सीईओ सारंगढ़ एवं कलेक्टर को इस आशय की शिकायत की थी की ग्राम पंचायत गुढ़ियारी के सचिव दौलत राम जयसवाल ने उसको धोखे में रखकर लगभग 43 लाख रूपया शासन की राशि को निकालकर गबन किया है इस मामले की जांच के लिए पहुंचे अधिकारी जहां जिस सचिव के ऊपर गबन का आरोप है उसी को ही जांच अधिकारी जांच में शामिल किए थे जहां ग्राम पंचायत गुढ़ियारी के ही एक पत्रकार के द्वारा सचिव को जांच दल में शामिल किए जाने की घोर आपत्ति की तब कहीं जाकर उसको जांच दल से हटाया गया इतना ही नहीं जांच से बौखलाए सचिव ने जांच अधिकारियों के सामने ही महिला सरपंच को घुड़का कर आंख दिखाकर दबाने का प्रयास किया जिसको उक्त गांव के ही पत्रकार द्वारा आपत्ति कर कहा गया की सरपंच हमारी निर्वाचित जनप्रतिनिधि है और हमारे ग्राम की प्रथम नागरिक है इसलिए जांच अधिकारियों के सामने ही इस तरह से सरपंच के साथ व्यवहार करना सचिव को शोभा नहीं देता है तब जांच अधिकारियों ने सचिव को विनम्रता से पेश आने की हिदायत दी। इस तरह से जांच अधिकारियों द्वारा सचिव को ही जांच दल में शामिल किए जाने से उनकी जांच की विश्वसनीयता पर प्रश्नचिन्ह खड़ा हो जाता है। ज्ञात हो की ग्राम पंचायत गुढ़ियारी के पंचों द्वारा इसी राशि की गबन के नाम से उक्त महिला सरपंच के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव के लिए स्थानीय एसडीएम को शिकायत कर अविश्वास प्रस्ताव के लिए आवेदन किया है वही उक्त महिला सरपंच ने कहा कि मेरे अनपढ़ होने का फायदा उठाकर मुझे धोखा में रख कर सचिव द्वारा उक्त तिरालिस लाख रुपया सचिव द्वारा मुझे धोखे में रखकर आहरण किया गया जिसकी जांच के लिए मैं एसडीएम सारंगढ़ एवं कलेक्टर रायगढ़ को अनुरोध किया है।