रायगढ़, 15 सितम्बर 2021/ इंडियन मेडिकल एसोसिएशन, रायपुर के अध्यक्ष डॉ.विकास अग्रवाल ने कहा है कि बरसात के दिनों में मच्छर से पैदा होने वाली कई बीमारिया फैलती है और इसमें डेंगू भी शामिल है।
डॉ.विकास अग्रवाल ने डेगू से बचाव, सावधानी और उपचार पर नागरिकों को चिकित्सीय सलाह देते हुए कहा कि डेंगू का मच्छर दिन के समय काटता है। इसलिए बेहतर है कि हम मच्छर से बचाव के लिए उपाय करें, मच्छर को दूर रखने के लिए शरीर में मलहम लगाए और अपने आसपास के एरिया को क्लीन रखे। जहां जमा हुआ पानी है, वहां से पानी को निकाल दे और उस एरिया को सुखा रखें। अगर जमा हुआ पानी को निकाला नहीं जा सकता तो वहां मिट्टी तेल या डीजल डाले जिससे उसकी सतह बन जाएगी और लार्वा को ऑक्सीजन मिलना बंद हो जाएगा और मच्छर के लार्वा मर जाएगें। इस तरह से मच्छर की जनसंख्या को भी नियंत्रण में रखा जा सकता है।
डॉ.अग्रवाल ने नागरिकों से कहा कि हमें जानना चहिये कि किस तरह से हम डेंगू को पहचानें। जो लक्षण के रूप में मरीज को तेज बुखार होगा, सिर दर्द होगा, कुछ लोगों को उल्टियां होती है और शरीर में दाने आ जाते है, खुजली भी हो सकती है। तो ध्यान रखे जब भी कोई मरीज को बुखार आये तो तुरन्त अपने चिकित्सक के पास जाए। उन्होंने कहा कि झोलाछाप डॉक्टरों के पास जाने से बचें क्योंकि उन्हें नहीं पता की डेंगू में कौन सी दवायें नहीं देनी चाहिये, बहुत सी दवाइयां डेंगू में देने से घातक हो सकती है। शरीर के अंदरूनी हिस्सों में प्लेटलेट की संख्या कम होने से खून का रिसाव हो सकता है, बीपी डाउन हो सकता है। उन्होंने नागरिकों से कहा कि डेंगू का बुखार वायरल बुखार है, डेंगू होने पर धीरज रखे। बुखार उतरने में 3 से 5 दिन का समय लगेगा। कभी-कभी 8 से 10 दिन का समय भी लग जाता है और अपने खान-पान में विशेष ध्यान रखे। किसी भी किस्म का नशा न करें। खाने में जितना अच्छा पौष्टिक खाना होगा शरीर उतना मजबूत होगा और बीमारी से लड़ पायेगा। पानी ज्यादा से ज्यादा पीये, कम से कम 12 से 15 ग्लास पानी प्रतिदिन पिये। सावधानी रखें, धीरज रखिये, डेंगू आपका कुछ नही बिगाड़ सकता।