जिले में 92 प्रतिशत किसान बेच चुके हैं धान, 929 करोड़ का हो गया है भुगतान
97 हजार किसानों से 4 लाख 97 हजार मे.टन धान की हो चुकी है खरीदी
इस अवधि में गत वर्ष की तुलना में 18 प्रतिशत अधिक किसानों ने बेचा धान
शेष किसानों से धान खरीदी की प्रक्रिया जारी
रायगढ़, 21 जनवरी 2021/ कलेक्टर श्री भीम सिंह ने खरीफ विपणन वर्ष 2020-21 में समर्थन मूल्य पर धान खरीदी के संबंध में महत्वपूर्ण जानकारी देते हुए बताया है कि विक्रय हेतु जिले में कुल 105589 किसानों का पंजीयन किया गया जो गत वर्ष पंजीकृत कृषक संख्या 94667 की तुलना में लगभग 10922 अधिक है।
खरीफ विपणन वर्ष 2020-21 में समर्थन मूल्य पर धान उपार्जन हेतु जिले में कुल 154970.79 हेक्टेयर धान के रकबे का पंजीयन किया गया है, जो गतवर्ष पंजीकृत रकबे 149360.36 हेक्टेयर की तुलना में लगभग 5610.43 हेक्टेयर अधिक है। इस वर्ष गिरदावरी के माध्यम से जिले में लगभग 13674 नवीन किसानों के 14743.11 हेक्टेयर नवीन रकबे का पंजीयन किया गया है। खरीफ विपणन वर्ष 2020-21 में जिले में पंजीकृत 105589 कृषकों में से अब तक लगभग 97029 किसानों से लगभग 497441.60 मे.टन का उपार्जन किया जा चुका है। गतवर्ष इसी अवधि में 70298 किसानों से 287073.04 मे.टन धान का उपार्जन किया गया था। इस प्रकार गत वर्ष की तुलना में अब तक लगभग 18 प्रतिशत अधिक कृषकों से धान का उपार्जन किया जा चुका है।
खरीफ विपणन वर्ष 2020-21 में जिले में अब तक लगभग 92 प्रतिशत पंजीकृत कृषक अपने धान का विक्रय कर चुके है। राज्य सरकार द्वारा धान खरीदी हेतु निर्धारित अंतिम तिथि तक जिले के शेष किसानों से धान उपार्जन की प्रक्रिया जारी रहेगी। जिले में धान बेचने वाले कृषकों को विक्रय किये गये धान के एवज में अब तक 929.19 करोड़ रुपये से अधिक की राशि का भुगतान किया जा चुका है। खरीफ विपणन वर्ष 2020-21 में जिले 5.13 लाख मे.टन धान का उपार्जन अनुमानित है। उक्त अनुमान के विरूद्ध जिले में अब तक लगभग 4.97 लाख मे.टन धान का उपार्जन किया जा चुका है एवं लगभग 15758.40 मे.टन धान का उपार्जन किया जाना शेष है। उक्त शेष धान के उपार्जन हेतु लगभग 788 गठान बारदानों की आवश्यकता होगी, जिसके विरूद्ध पर्याप्त बारदाने की व्यवस्था जिला प्रशासन द्वारा सुनिश्चित की गई है। जिले में कस्टम मिलिंग हेतु धान के उठाव से लगभग 700 गठान मिलर बारदाने प्राप्त होने है। इसके अलावा पीडीएस से 500 गठान, एकभर्ती एचडीपीई/पीपी से 500 गठान एवं नवीन एचडीपीई/पीपी के 400 गठान बारदाने उपार्जन केन्द्र को प्रदाय किये जा रहे है।
पीडीएस दुकानों से अतिरिक्त बारदानों की आपूर्ति सुनिश्चित करने के उद्देश्य से सार्वजनिक वितरण प्रणाली के अंतर्गत माह फरवरी 2021 के खाद्यान्न आबंटन का वितरण माह जनवरी में किया जा रहा है। इस प्रकार जिले में शेष खरीदी हेतु आवश्यक बारदानों की शत-प्रतिशत उपलब्धता जिला प्रशासन द्वारा सुनिश्चित की जा चुकी है। उपरोक्त व्यवस्था के बावजूद भी यदि किसी समिति में बारदानों की आवश्यकता उत्पन्न होती है तो इस हेतु किसान बारदानों में धान खरीदी की अनुमति भी राज्य शासन द्वारा प्रदाय की गई है। इस प्रकार जिले में धान खरीदी हेतु बारदानों की पर्याप्त व्यवस्था है। जिले में 134 धान उपार्जन केन्द्रों में से लगभग 80 धान उपार्जन केन्द्रों में धान खरीदी का कार्य पूर्णता पर है, उक्त समितियोंं में उपलब्ध अतिरिक्त बारदाने को अन्य धान उपार्जन केन्द्रों में स्थानांतरण किया जा रहा है। कृषकों को धान विक्रय के पश्चात त्वरित ऑनलाईन भुगतान पीएफएमएस के माध्यम से किया जा रहा है। कृषकों को किसी प्रकार के धान विक्रय एवं भुगतान संबंधी समस्या होने पर पर विभागीय कॉलसेन्टर, डॉयल 112 के माध्यम से शिकायतों को निराकरण किया जा रहा है।