सारंगढ़ नगर में भाजपा में टिकट वितरण में असंतोष के कारण नगर के भाजपा नेता मनोज लहरें पार्टी से इस्तीफा दे दिया। हालांकि स्तीफा में उन्होंने स्तीफा देने का कारण घरेलू बताया है लेकिन टिकट वितरण से नाराजगी के कारण मनोज लहरे ने भाजपा से इस्तीफा दे दिया और इस्तीफा देते ही दूसरे दिन बसपा का दामन थाम लिया।
इस्तीफा देने के दूसरे दिन ही बसपा का दामन थामने से यह कयास लगाया जा रहा है की मनोज लहरे को बसपा से टिकट मिल सकती है हालांकि बसपा सारंगढ़ विधानसभा के लिए प्रत्याशी की घोषणा पहले कर
चुकी है फिर भी ऐसा कयास लगाया जा रहा है की मनोज लहरें को बसपा अपना उम्मीदवार बना सकती है।
ज्ञात हो की आसन्न विधानसभा चुनाव में भाजपा शिव कुमारी सारधन चौहान को अपना अधिकृत प्रत्याशी घोषित किया है जो की भाजपा के अधिकांश कार्यकर्ताओं के लिए अप्रत्याशित था सारंगढ़ विधानसभा भाजपा के टिकट के दौड़ में दीनानाथ खूंटे, हरिनाथ खुंटे, देवेंद्र रात्रे, मीरा धरम जोल्हे, अरविंद खटकर, नंदनी वर्मा आदि टिकट के लिए प्रयास किए थे साथ ही भाजपा के हर कार्यक्रम में इन्होंने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया था लेकिन पार्टी ने शिवकुमारी सारधन चौहान को टिकट दे दिया हालांकि मनोज लहरे का ही विरोध स्पष्ट रूप से सामने आया जबकि बाकी दावेदारों की कोई प्रतिक्रिया नहीं आई।मनोज लहरे का भाजपा से स्तीफा के तुरंत बाद बहपा का दामन थामने से लोगों का यही अनुमान है कि बसपा से लड़ सकते हैं चुनाव हालांकि बसपा ने अपना उम्मीदवार नारायण रत्नाकर को पहले से ही कर चुकी है अब देखना है कि आगे होता क्या है।