कलेक्टर ने कुपोषित बच्चे को बनाया एक दिन का कलेक्टर

गरियाबंद। बचपन में ही बूढ़े जैसे शारीरिक हालत बना देने वाली लाइलाज प्रोजेरिया बीमारी से ग्रसित बालक शैलेंद्र ध्रुव अब 12वीं की परीक्षा पास कर ली है। शैलेंद्र आगे की पढ़ाई करना चाहता है लेकिन आर्थिक स्थिति उसे पांव पीछे करने के लिए मजबूर कर रहा है। शैलेंद्र ने अब प्रशासन से आगे पढ़ाई के लिए मदद की गुहार लगाई है। शैलेंद्र ध्रुव का कहना है कि उसने 12वीं कक्षा की पढ़ाई तो कर ली है और आगे भी पढ़ना चाहता है। लेकिन शारीरिक और आर्थिक कमजोरी उसके सपनों को पूरा करने में बाधा बन रहा है। वह पढ़ाई के लिए पूरा आने जाने में सक्षम नहीं है। उन्होंने प्रशासन से मांग की है कि उसके लिए कुछ ऐसी व्यवस्था की जाए।
जिससे वह अपना पढ़ाई जारी रख सके हैं। शैलेंद्र ने आने वाले समय में यूपीएससी परीक्षा दिलाने इच्छा जताई है। प्रोजेरिया से पीड़ित छत्तीसगढ़ के शैलेंद्र ध्रुव को डेढ़ साल पहले कलेक्टर बनने की इच्छा जताई थी। जिसके सीएम भूपेश बघेल के निर्देश पर शैलेंद्र को एक दिन के लिए कलेक्टर बनाया गया था। खास बात यह है कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने एसपी कान्फ्रेंस में शैलेंद्र ध्रुव को अपने बगल में बैठाया था। इस दौरान मुख्यमंत्री के साथ शैलेन्द्र को भी ”गार्ड ऑफ ऑनर” मिला था। इस दौरान सीएम बघेल ने एक दिन के कलेक्टर शैलेंद्र ध्रुव का अपने मंत्रिमंडल के मंत्रियों और प्रदेश के उच्चाधिकारियों से परिचय भी करवाया था.

Ram Kishore Dubey
Ram Kishore Dubey

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