कोरोना से निपटने सारंगढ़ में चला मॉकड्रिल, जिला अस्पताल पहुंची कलेक्टर डॉ.सिद्दकी
जिला अस्पताल कोविड की संभावित नई लहर से निपटने हेतु रहे मुस्तैद
सारंगढ़-बिलाईगढ़, 27 दिसम्बर 2022/ कोरोना को लेकर राज्य के सभी जिला अस्पतालों में मॉक ड्रिल की जा रही है। वर्तमान में चीन, अमेरिका, जापान और दक्षिण कोरिया सहित कई देशों में कोरोना संक्रमण के मामले बढऩे के बाद भारत में भी कोरोना वायरस के नए वेरिएंट बीएफ. 7 से निपटने की तैयारी की जा रही है। इसी कड़ी में कलेक्टर डॉ.फरिहा आलम सिद्दकी ने सारंगढ़ जिला अस्पताल पहुंचकर स्थितियों का जायजा लिया। केंद्र सरकार के निर्देश पर आज जिला अस्पताल, सारंगढ़ में मॉकड्रिल की गई। इस दौरान कलेक्टर ने अस्पताल में कोरोना की तैयारियों जैसे मरीजों के लिए बिस्तरों की उपलब्धता, ऑक्सीजन बेड से लेकर, आईसीयू बेड, वेंटिलेटर बेड, ऑक्सीजन सिलेंडर आदि के बारे में जानकारी ली। कलेक्टर डॉ.सिद्दकी ने ऑक्सीजन प्लांट का जायजा लिया, साथ ही उसकी क्षमता के बारे में जानकारी ली। इसके अलावा ऑक्सीजन प्लांट से मैनीफोल्ड सेक्शन जहां ऑक्सीजन निर्माण करने के पश्चात उसे सिलेंडर में रखा जाता है, उस कक्ष की पड़ताल की। सीएमएचओ डॉ.एफ.आर.निराला ने बताया कि जिले में ऑक्सीजन सिलेंडर के कुल 2 प्लांट हैं जिसमें से एक सारंगढ़ और दूसरा बिलाईगढ़ में स्थित है। जिला अस्पताल सारंगढ़ की तैयारियों के बारे में बताते हुए कहा कि अस्पताल में पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन सिलेंडर और कंसेंट्रेटर की उपलब्धता है। अस्पताल में कुल पचास बेड की क्षमता है जिसमें से चालीस बेड में ऑक्सीजन सप्लाई की व्यवस्था है। मॉकड्रिल के दौरान स्वास्थ्य विभाग के समस्त अधिकारी कर्मचारी उपस्थित रहे।
सीएमएचओ डॉ.निराला ने कोविड के संभावित लहर के संबंध में स्टॉफ को दिए दिशा-निर्देश
गौरतलब है कि कोरोना वायरस दुनिया के अनेक देशों में फिर से अपने पैर पसार रहा है। कोविड-19 महामारी अभी भी दुनिया भर में एक सार्वजनिक स्वास्थ्य के क्षेत्र में चुनौती बनी हुई है। इस हेतु जिले में कोविड-19 की तैयारियों को लेकर आज जिला अस्पताल में सीएमएचओ ने समस्त स्टॉफ को कोरोना के इस नए वैरिएंट बीएफ. 7 के संबंध में जानकारी देते हुए इससे निपटने हेतु आवश्यक दिशा-निर्देश दिए एवं कोरोना के नये वैरिएंट हेतु आवश्यक तैयारियां सुनिश्चित कर प्राप्त दिशा-निर्देशों का उचित निर्वहन करने को कहा।
क्या है कोरोना का नया बीएफ 7 वैरिएंट
रिपोट्र्स की मानें तो बीएफ 7 ओमिक्रोन के अन्य सब-वेरिएंट्स से अधिक खतरनाक है। इसकी संक्रमण क्षमता ज्यादा है। बीएफ से संक्रमित व्यक्ति 10-18 लोगों को संक्रमित कर सकता है। अन्य वेरिएंट्स करीब 5 लोगों को संक्रमित कर सकते हैं। वेरिएंट का इंक्यूबेशन अवधि कम है। ये कहा जा रहा है कि इस वेरिएंट से उन लोगों को ज्यादा खतरा है, जिन्हें पहले कोरोना संक्रमण हुआ हो। नये वेरिएंट के मामलों की भारत में भी पुष्टि हो चुकी है। लक्षण की बात करें तो शरीर में दर्द इसका मुख्य लक्षण है। यदि किसी को लंबे वक्त से बदन दर्द हो रहा है, तो उसे कोविड टेस्ट करवाना चाहिए। साथ ही गले में खराश, थकान, कफ और नाक बहना भी इसके लक्षण हैं।