प्रदेश की विविधताओं और सांस्कृतिक विशेषताओं को समर्पित है राज्योत्सव -विधायक श्रीमती ऊत्तरी गनपत ज 22 वें राज्य स्थापना दिवस का हुआ आयोजन सारंगढ़ के खेलभाठा स्टेडियम में हुआ जिला स्तरीय कार्यक्रम रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम का हुआ आयोजन विभागों ने लगाई प्रदर्शनी, दी योजनाओं की जानकारी सारंगढ़ बिलाईगढ़/ 22 वें राज्य स्थापना दिवस का आयोजन रायगढ़ के मिनी स्टेडियम में हुआ। समारोह के मुख्य अतिथि विधायक एवं उपाध्यक्ष अजा विकास प्राधिकरण छग श्रीमती उत्तरी गनपत जांगड़े रहीं।विशिष्ट अतिथि श्रीमती पद्मा घनश्याम मनहर,शरद यादव,श्रीमती सोनी अजय बंजारे अध्यक्ष नपा सारंगढ़, पुरूषोत्तम साहू सदस्य गौ सेवा आयोग छग शासन,श्रीमती मंजू मालाकार जनपद अध्यक्ष सारंगढ़,पुलिस अधीक्षक राजेश कुकरेजा,जिपं सभापति कविता प्राण लहरे ,सूरज तिवारी,अरूण मालाकार अध्यक्ष जिला कांग्रेस कमेटी आदि की गरीब मामय उपस्थिति रही। विधायक श्री मती उत्तरी गनपत जांगड़े ने इस अवसर पर सभी को राज्य स्थापना दिवस की बधाई दी। अपने उद्बोधन में कहा कि आज प्रदेश अपने गठन की 22 वी वर्षगांठ मना रहा है। हमारा राज्य विशिष्ट भौगोलिक और सांस्कृतिक विशेषताओं से पूरे देश में जाना जाता है। छत्तीसगढ़ शासन मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के नेतृत्व में जनकल्याणकारी योजनाओं का निर्माण और संचालन कर रहा है। समर्थन मूल्य में धान खरीदी के साथ राजीव गांधी किसान न्याय योजना के आदान सहायता के माध्यम से किसानों को उनकी फसल की उचित कीमत प्रदान करने वाला देश का अग्रणी राज्य है। राज्योत्सव के मौके पर प्रदेश की राजधानी में आदिवासी नृत्य महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है। जिसमें देश के सभी प्रदेशों के साथ विदेशों से भी कलाकार पहुंचे हैं। यह विविधता में एकता को समर्पित आयोजन है। उन्होंने राज्योत्सव में प्रस्तुति देने वाले सभी कलाकारों को बधाई व शुभकामनाएं दी। राज्योत्सव की संध्या में सांस्कृतिक कार्यक्रमों की हुई प्रस्तुति छत्तीसगढ़ राज्य स्थापना दिवस समारोह पर सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति प्रसिद्ध कलाकारों व स्कूली बच्चों के द्वारा दी गई। इन विभागों ने लगाई थी प्रदर्शनी राज्योत्सव के मौके पर कृषि विकास एवं किसान कल्याण तथा जैव प्रौद्योगिकी, उद्यान विभाग, रेशम विभाग, जिला विधिक सेवा प्राधि करण, महिला एवं बाल विकास, नगर पालिक निगम, वनमण्डल सारंगढ़ श्रम विभाग,पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग, सारंगढ़ बिलाईगढ़ पुलिस, , लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग, स्वास्थ्य विभागए पशुधन विभाग, मछली पालन विभाग, खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति द्वारा अपने विभागीय योजनाओं के संबंध में प्रदर्शनी लगाई गई तथा लोगों को जानकारी प्रदान की गई। सारंगढ़ बिलाईगढ़ जिला में प्रथम छत्तीसगढ़ राज्य स्थापना दिवस समारोह कार्यक्रम संवेदनशील कलेक्टर राहुल विकेट एवं देश के सच्चे सिपहसालार पुलिस अधीक्षक राजेश कुकरेजा के नेतृत्व में राज्योत्सव कार्यक्रम का श्रीगणेश हुआ कार्यक्रम के मुख्य अतिथि और विशिष्ट अतिथियों की सूची काफी लंबी चौड़ी थी लेकिन उसमें नामचीन व्यक्ति ही अपनी उपस्थिति दिए कार्यक्रम के मुख्य अतिथि विधायक सारंगढ़ श्रीमती उत्तरी गणपत जांगड़े कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि चंद्र देव राय श्रीमती पदमा घनश्याम मनहर पुरुषोत्तम साहू मंजू माला का श्रीमती सोनी अजय बंजारे के साथ ही साथ अन्य विशिष्ट अतिथियों की उपस्थिति में शाम 6:30 बजे राज्योत्सव कार्यक्रम का शुभारंभ हुआ । विदित हो अतिथियों के आगमन होने के साथ कलेक्टर , एसपी, एडीशनल कलेक्टर, एडिशनल एसपी, एसडीएम और अधिकारियों के द्वारा मुख्य अतिथि और अन्य अतिथियों का स्वागत किया गया । शासन के द्वारा संचालित योजनाओं को प्रदर्शित करने वालें , विभाग वार स्टाल लगे हुए थे । जिस स्टाल पर मुख्य अतिथि विधायक श्रीमती उत्तरी गणपत जांगड़े के साथ विशिष्ट अतिथियों के द्वारा निरीक्षण किया गया । मंच संचालक द्वारा अतिथियों को मंच पर आमंत्रित किया गया ।श्रीमती उत्तरी गनपत जांगड़े ने छत्तीसगढ़ महतारी की छायाचित्र पर धूप , दीप प्रज्वलित कर पुष्पमाला पहनाया तदुपरांत मंच पर समस्त अतिथियों का माल्यार्पण और पुष्पगुच्छ से सम्मान किया गया । मनुष्य का इतिहास जितना पुराना है उतना ही पुराना नृत्य का इतिहास है । दुनिया भर के आदिवासियों की नृत्य शैली, वाद्य यंत्र में समानता है ।आदिवासी नृत्य की शैली, ताल, लय में बहुत समानता है । इस बात को ध्यान में रखते हुए प्रदेश के यशस्वी मुख्यमंत्री भूपेश बघेल द्वारा राज्योत्सव कार्यक्रम में विशेष रुप से आदिवासी नृत्य को प्राथमिकता प्रदान किए हैं । सुव्यवस्थित कार्यक्रम के लिए कलेक्टर डी राहुल, एसपी राजेश कुकरेजा धन्यवाद के पात्र हैं । जो व्यवस्थित कार्यक्रम को संपादित किए । विद्यालय महाविद्यालय के एनसीसी छात्रों को भी बधाई जो व्यवस्था बनाने में अपना अमूल्य सहयोग प्रदान किए ।विभाग वार लगे स्टाल के अधिकारी और कर्मचारी भी बधाई के पात्र हैं । दुःखद स्थिति यह है कि – यह राज्योत्सव कार्यक्रम है, कोई राजनीतिक मंच नहीं है । इस मंच पर विशिष्ट अतिथियों में किसी एक को और मुख्य अतिथि का ही संबोधन करवाना था । अधिकारियों को चाहिए था कि – जिन बच्चों को कार्यक्रम प्रस्तुति के लिए बुलाया गया था,उन बच्चों का ख्याल रखते हुए संबोधन कार्यक्रम को लंबा नहीं खींचना था । फिर राज नेता निर्धारित समय से देर से पहुंचने के कारण कार्यक्रम में भाग लेने वाले कलाकारों की मायूसी देखने लायक थी । इस कार्यक्रम में सबसे अधिक महत्वपूर्ण था मुख्य अतिथि , विशिष्ट अतिथि के द्वारा छत्तीसगढ़ी वेशभूषा में स्टाल में घूमना और मंच पर मंचासीन होना। पूरा कार्यक्रम छत्तीसगढ़ के रंग में रंगा हुआ लग रहा था । इसके लिए आयोजक और व्यवस्थापक दोनों बधाई के पात्र हैं ।कार्यक्रम में शहर के सभी प्रतिष्ठित पत्रकार और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के पत्रकार उपस्थित रहे जो कार्यक्रम की गरिमा को चार चाँद लगाता हुआ दिखाई दे रहा था ।