*****समय बे समय घंटों बिजली कटौती का दंश झेल रहे सारंगढ़ वासी****
@@@बेसुध जनप्रतिनिधि, लापरवाह अधिकारी जनता कर रही त्राहिमाम@@@
सारंगढ़ न्यूज़/ कहने को तो सारंगढ़ 132 केवी बिजली केंद्र का पावर हब है जहां सरायपाली की भी विद्युत सेवा ली जा सकती है मगर देखा जाए तो वर्तमान में बिजली विभाग के अधिकारियों की नासमझी और लापरवाही ने सारंगढ़ नगर और ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली व्यवस्था को पूरी तरह से ठप्प करके रख दिया है बात की जाए की विद्युत बंद या सामान्य भाषा में लाइट गोल की तो नगर में पांच 5 घंटे बिना जानकारी के विभागीय अधिकारी (लाइट गोल) विद्युत बंद कर रहे हैं कभी ट्रांसफार्मर लगाने का कभी बिजली तार बदलने का कभी मेंटेनेंस हर प्रकार के दांव से लैस यह अधिकारी बिजली सेवा देने में पूरी तरह से विफल नजर आए हैं सोशल मीडिया और मीडिया में विद्युत विभाग को लेकर जनाक्रोश साफ नजर आता है नव पदस्थ अधिकारियों के कार्यशैली की माने तो नगर में पानी टंकी सप्लाई एवं पानी टंकी भरने के समय में ही निरंतर बिजली का बंद होना बिजली के साथ – साथ पानी की समस्या भी पैदा कर रहा है। जनता बिजली और पानी की समस्या से बेवजह जूझ रही है ।
सत्तापक्ष टेलिफोनिक पहल तो विपक्ष सोशल मीडिया तक सीमित – जनप्रतिनिधियों की बात की जाए तो सत्ता पक्ष हो या विपक्ष सोशल मीडिया और फोन में अधिकारियों से बतियाने के अलावा कुछ भी नहीं कर सकते। समस्या की जानकारी अधिकारियों को फोन में दे दी और तत्काल ठीक करें का निर्देश जारी कर दिया बस, ना तो जनप्रतिनिधि आपस में बैठकर उक्त समस्या के हल के लिए कोई पहल करते है और ना ही उक्त समस्या के निदान के लिए ज्ञापन आंदोलन जैसे जनसेवा के लिए आगे आते हैं। सत्ता पक्ष टेलीफोन में अधिकारियों से जवाब तलब कर भारी आवाज में कड़े निर्देश देने और विपक्ष सोशल मीडिया में समस्या और वर्तमान सरकार की बुराई लिखने तक ही सीमित है।
गौरतलब हो कि आम जनता चर्चा कर रही है कि भूपेश सरकार एक और बिजली बिल हाफ का नारा दे रही है और दूसरी ओर निरंतर बिजली गुल करके उसे मेंटेनेंस कर रही है। क्या इस थ्योरी में भी कहीं सच्चाई है?
प्रचंड गर्मी में ही अधिकारियो को आता है मेंटेनेंस कार्य याद – जब अधिकारी निरंतर गर्मी बढ़ने के बाद बिजली की इन समस्याओं से जूझते हैं और उन्हें जानकारी रहती है तो गर्मी के पहले ही मेंटेनेंस लो वोल्टेज और बढ़ती खपत के लिए पूर्व तैयारी क्यों नहीं करते? सारंगढ़ के अधिकारी बरसात आती हैं तो बिजली तार में फ़सी पेड़ो की टहनियों को कटवाते हैं और गर्मी बढ़ जाती है तो मेंटेनेंस कार्य चालू करते हैं। ना तो इनके पास कोई योजना है और ना इनके पास पूर्व कार्य प्लान। हां यदि उपभोक्ता बिजली बिल नहीं पटाता है तब उसकी खैर नहीं और वर्तमान में बिजली बिल बढ़कर इतना आ रहा है जिसका केवल ऊपर वाला ही रखवाला है। कईयों को तो मजबूरी में बढ़ा हुआ बिल ही पटाना पड़ रहा है। लो वोल्टेज की समस्या बनी हुई है वोल्टेज बढ़ाने पर भी अधिकारियों का ध्यान नहीं के बराबर है, मनमाना बिजली गुल से जनता त्राहिमाम कर रही है। सारंगढ़ बिजली अधिकारियों की इस तरह की मनमानी अव्यवस्थित कार्यशैली से जनता आक्रोशित है पूर्व में भी कई बड़े आंदोलन जनता ने किए हैं। कहीं ऐसा ना हो की जनता का गुस्सा बिजली अधिकारी और जनप्रतिनिधियों पर एक साथ फूट पड़े।