अपनो से हारकर तो कोई खुद से जीत गया,
मुश्किलों भरा,संघर्षपूर्ण ये साल भी बीत गया..।।
किसी के सपने टूटे तो किसी ने अपनो को खो दिया,
जितना मुस्कुराए नहीं उससे ज्यादा इन आंखों ने रो दिया..।।
माना ये साल किसी के लिए आसान ना था,
पर कौन हैं वो शक्स जो परेशान ना था..।।
माना इस साल हमने बहुत सी मुश्किलों का सामना किया हैं,
आने वाला साल खुशियों से भरपूर हो इस बात का कामना किया हैं..।।
ठोकर लगी हैं पर हमें रुकना नहीं हैं,
हालातों से हारकर हमें झुकना नहीं हैं..।।
बेशक तारीखे बदलेंगी पर हमें अपना वक्त बदलना होगा,
संघर्ष भरी राहों में अपनो के कदम से कदम मिलाकर चलना होगा..।।
खुशियों भरा सवेरा और मुस्कुराता हुआ रात होगा,
हौसलों से भरपूर जब अपनो से बात होगा..
खिल उठेंगी ये आंखे भी हमारी,
जब नई उमंग,नए जोश के साथ इस साल का शुरुआत होगा..।।