सारंगढ़ व लैलूंगा के कम टीकाकरण वाले गांवों में रहा फोकस
रायगढ़, 24 जुलाई2021/ जिले को कोरोना मुक्त करने के उद्देश्य से शत-प्रतिशत टीकाकरण के लक्ष्य को लेकर कलेक्टर श्री भीम सिंह के नेतृत्व में लगातार कार्य किया जा रहा है। जिले के सारंगढ़ तथा लैलूंगा विकासखण्ड के दो-दो सेक्टर के ऐसे गांव जहां कोविड टीकाकरण की रफ्तार कम है। वहां सघन अभियान चलाकर आज टीकाकरण किया गया। इसमें प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग की टीम इन गांवों में लोगों के घर-घर तक पहुंची और लोगों को समझाईश देकर टीका लगवाया गया। जिसके तहत इन सेक्टर्स में आज कुल 6 हजार 780 टीके लगाये गये।
जिले को पूर्ण रूप से कोविड टीकाकृत बनाने के लिए तेजी से टीकाकरण का कार्य किया जा रहा है। जिसके तहत आज सारंगढ़ के भेड़वन तथा कोसीर व लैलूंगा के मुकडेगा व राजपूर सेक्टर के गांवों पर फोकस किया गया। इसके लिए उप स्वास्थ्य केन्द्र स्तर पर टीम का गठन किया गया था। जिसमें गांव के सरपंच सहित शिक्षक और अन्य स्कूल स्टाफ, ग्राम पंचायत सचिव, कृषि अधिकारी, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, सहायिका, स्वास्थ्य विभाग स्टाफ, मितानिन, किसान संगवारी, हैंड पम्प ऑपरेटर, राशन दुकान संचालक, कोटवार, पटेल, रोजगार सहायक, मनरेगा मेट, स्वच्छग्राही महिलायें, बिहान की सक्रिय महिलायें, समूह अध्यक्ष शामिल रहे। इस संयुक्त टीम ने इन गांवों में अब तक टीका नहीं लगवाये लोगो को टै्रक कर उनको समझाईश दी और टीकाकरण करवाया।
जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ.भानु पटेल ने बताया कि ये गांव टीकाकरण के लिए काफी चुनौती भरे रहे है। यहां लोगों को लगातार समझाईश देने पर भी टीकाकरण की रफ्तार नहीं बढ़ रही थी। इसलिए कलेक्टर श्री भीम सिंह के नेतृत्व तथा सीईओ जिला पंचायत डॉ.रवि मित्तल के मार्गदर्शन में यह सघन टीकाकरण अभियान चलाया गया। जिसमें स्वास्थ्य विभाग के साथ प्रशासन की टीम ने इन गांवों में लोगों से वन टू वन बात कर उनकी झिझक दूर की और केन्द्रों में लाकर टीका लगवाया। उन्होंने बताया कि आगे भी ऐसे सघन टीकाकरण अभियान जारी रहेंगे।
गर्भवती महिलाओं ने भी बढ़-चढ़कर लगवाया टीका
आज टीकाकरण के लिए सेक्टर स्तर पर जिला स्तरीय अधिकारियों को जिम्मेदारी दी गई थी। सुबह से सभी नोडल ने अपने सेक्टर के अंतर्गत आने वाले गांवों में लोगों को घर-घर जाकर टीका लगाने की समझाईश दी। आज टीकाकरण में युवाओं के साथ नये गाईड लाईन्स के अनुसार गर्भवती व शिशुवती माताओं ने भी बढ़-चढ़कर टीका लगवाया। अधिकारियों ने महिलाओं को समझाया कि जिस प्रकार टिटनेस का टीका बच्चे की स्वास्थ्य के लिए होता है उसी प्रकार यह टीका गर्भवती माताओं के स्वास्थ्य के सुरक्षा के लिए है। इसके लगाने से माताए सुरक्षित होंगी तथा बच्चे को भी सुरक्षा चक्र मिलेगा। इसका महिलाओं पर सकारात्मक प्रभाव पड़ा व बड़ी संख्या में गर्भवती व शिशुवती महिलाओं ने टीका लगवाया।