कोरोना लक्षणों की अनदेखी और देरी से इलाज कराना मरीजों को पड़ रहा भारी


कोरोना लक्षणों व आक्सीजन लेवल को गंभीरता से लें-कलेक्टर श्री भीम सिंह
हर गांव में उपलब्ध करवायें जायेंगे आक्सीमीटर
कलेक्टर श्री सिंह ने जिले में कोरोना संक्रमण के स्थिति की गहन समीक्षा की
रायगढ़, 20 अक्टूबर 2020/ कलेक्टर श्री भीम सिंह ने कोरोना के संबंध में जिले के स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा बैठक ली। बैठक में पिछले एक हफ्ते के दौरान मिले संक्रमित केसेस और कोविड से हुई मृत्यु के मामले की विस्तार से समीक्षा की गई। इस दौरान कलेक्टर श्री सिंह ने कहा कि जिन लोगों की अस्पताल पहुंचने के 24 घंटे के भीतर मृत्यु हुई है उन मरीजों में आक्सीजन सेचुरेशन लेवल काफी कम था तथा अधिकांश लोग बुखार से भी पीडि़त थे। इसे रोकने के लिये आवश्यक है कि लोग अपने लक्षणों के प्रति सतर्क रहे तथा सांस लेने में दिक्कत हो तो आक्सीमीटर से जांच करें। इसके लिये उन्होंने प्रत्येक गांव में दो-दो आक्सीमीटर वहां की मितानिन को उपलब्ध करवाने के निर्देश दिये। जिससे गांव में लक्षण वाले लोग अपना आक्सीजन सेचुरेशन लेवल जांच करा पायेंगे। साथ ही उन्होंने लोगों से आग्रह किया कि जो व्यक्ति सक्षम है वह आक्सीमीटर लेकर रखे, जिससे किसी भी प्रकार के लक्षण हो तो अपना आक्सीजन लेवल माप सके।  


कोविड डेथ की हुई समीक्षा
कलेक्टर श्री सिंह ने पिछले एक हफ्ते के दौरान कोविड का उपचार कर रहे विभिन्न अस्पतालों में हुई मौतों की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि समीक्षा का उद्देश्य कमियों को दूर कर जिले में कोविड से हो रही मृत्यु की दर को कम करना है। समीक्षा के दौरान चिकित्सकों ने मुख्यत: यह बात बतायी कि अधिकांश मामलों में लक्षण होने के पश्चात भी मरीज देरी से अस्पताल पहुंच रहे है। कलेक्टर श्री सिंह ने इसके लिये जागरूकता अभियान को विशेष रूप से ज्यादा मरीज वाले क्षेत्रों में फोकस करते हुये उनका जल्द चिन्हांकन करने के निर्देश सीएमएचओ को दिये।
मरीज की केस हिस्ट्री है महत्वपूर्ण
बैठक में कलेक्टर श्री सिंह ने होम आईसोलेटेड मरीज को अपने लक्षणों की अनिवार्यत: एक डायरी मेन्टेन करवाने के निर्देश दिये, ताकि जब स्थिति गंभीर होने पर उन्हें अस्पताल शिफ्ट किया जाये तो इस डायरी के माध्यम से डॉक्टरों को मरीज की केस हिस्ट्री आसानी से पता चल सके। उन्होंने 108 संचालक से शिफ्टिंग के दौरान मरीज को कहां से लाया जा रहा है, उसके परिजन व संपर्क के संबंध में उपलब्ध जानकारी शिफ्ट किए जा रहे अस्पताल को अनिवार्य रूप से देने के निर्देश दिये। इसके साथ ही विकासखण्ड स्तरीय अस्पतालों में भर्ती मरीज को उच्च अस्पताल में भर्ती किया जाये तो एक निश्चित प्रपत्र में उसका रेफरल लेटर व किये गये इलाज की सारी जानकारी शिफ्टिंग के दौरान अनिवार्य रूप से भेजने के निर्देश दिये।
ऑक्सीजन व आईसीयू बेड के लिए अस्पतालों के बीच हो समन्वय
कलेक्टर श्री सिंह ने जिले में विभिन्न अस्पतालों में उपलब्ध ऑक्सीजन व आईसीयू वेन्टीलेटर बेड की उपलब्धता की समीक्षा की। उन्होंने 200 बेड कोविड अस्पताल में ऑक्सीजन बेड बढ़ाने के लिये किये जा रहे कार्यों को शीघ्र पूर्ण करने के निर्देश निर्माण एजेंसी को दिये। निजी अस्पतालों को स्वास्थ्य विभाग के बेड एलोकेशन विंग तथा आपस मे भी कोआर्डिनेशन बनाये रखने के लिए कहा जिससे बेड की अनुपलब्धता पर किसी मरीज को एडमिट नही कर पा रहे हैं तो दूसरे अस्पताल से संपर्क करते हुए मरीज को सीधे जहां बिस्तर उपलब्ध है ऐसे अस्पताल में भेजे। इससे मरीज का समय बचेगा और उन्हें जल्द इलाज मिलेगा। अधिक संख्या में गंभीर मरीज मिलने वाले विकासखण्ड स्तरीय अस्पतालों में भी आक्सीजन सुविधा युक्त बेड बढ़ाने के लिये कहा।
मरीजों के अनुसार बढ़ाये एम्बुलेंस की संख्या और डॉक्टरों की तैनाती
कलेक्टर श्री सिंह ने मरीजों के ट्रांसर्पोटेशन के लिये एम्बुलेंस की संख्या और बढ़ाने के निर्देश दिये। इसके लिये 108 एम्बुलेंस के साथ निजी उद्योगों से भी एम्बुलेंस लेने के निर्देश सीएमएचओ को दिये। विशेषत: सारंगढ़ और बरमकेला क्षेत्र जहां गंभीर मरीज ज्यादा संख्या में मिल रहे है वहां प्राथमिकता से अतिरिक्त एम्बुलेंस उपलब्ध करवायें। 200 बेड कोविड अस्पताल में मेडिकल आफिसर की संख्या बढ़ाते हुये उनकी सहायता के लिये आयुर्वेदिक चिकित्सकों की तैनाती के निर्देश दिये।
कोरोना जागरूकता में सभी का सहयोग जरूरी
आगामी त्यौहारों के मौसम को देखते हुये कोरोना संक्रमण की दर ना बढ़े इसके लिये प्रशासनिक तैयारियों के साथ विशेष जागरूकता अभियान चलाने के निर्देश कलेक्टर श्री सिंह ने दिये। उन्होंने भीड़ व कतार लगने वाली जगहों पेट्रोल पम्प, मण्डी, बैंक, शराब दुकान, पीडीएस दुकान, सर्विस डिलीवरी प्वाईंट, बस स्टैण्ड, गैस एजेंसीज आदि में कोविड प्रोटोकाल के हिसाब से मास्क व सोशल डिस्टेसिंग के पालन करवाने के लिये संबंधितों को उन्होंने निर्देशित किया। साथ ही जनप्रतिनिधियों व सामाजिक संगठनों के माध्यम से कोरोना के प्रति रखी जाने वाली सावधानी व समय पर टेस्टिंग व इलाज के महत्व का प्रचार-प्रसार सुनिश्चित करने के लिये कहा।
इस दौरान सीईओ जिला पंचायत सुश्री ऋचा प्रकाश चौधरी, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ.एस.एन.केशरी सहित स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी-कर्मचारी व निजी अस्पताल के प्रतिनिधि मौजूद रहे।

कोरोना लक्षणों की अनदेखी व देर से इलाज कराना पड़ रहा है भारी
रायगढ़, 20 अक्टूबर 2020/ उम्र 45 वर्ष का एक व्यक्ति जो रायगढ़ जिले का निवासी था। परिजनों से प्राप्त जानकारी के अनुसार उसे पहले से ही मधुमेह की शिकायत थी, परंतु दिनांक 19.8.2020 को साधारण बुखार एवं हल्की सर्दी हुई तो उसने अपने क्षेत्र के निजी चिकित्सक से सलाह लेकर तीन दिन की दवाई ली। तबीयत में सुधार हो जाने के कारण उसने अपनी ड्यूटी 22.8.2020 को पुन: शुरू कर दिया गया। लगभग 3 दिन ड्यूटी करने के बाद दिनांक 25.8.2020 को पुन: सर्दी, बुखार की शिकायत होने लगी जिससे उन्होंने पुन: 3 दिन की दवा ली और घर पर ही रहे। परंतु तबीयत में पुन: सुधार न होने की स्थिति में दिनांक 28.8.2020 को अपने क्षेत्र के सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में कोविड टेस्ट कराने गये। वहां उनका एंटीजन टेस्ट किया गया जिसमें परिणाम कोविड पॉजिटिव पाया गया। उसी दिन उसे रायगढ़ के डेडिकेटेड कोविड अस्पताल में भर्ती किया गया वहां उसका यथा संभव समुचित उपचार किया गया फिर भी उसकी जान नहीं बचायी जा सकी और अस्पताल में भर्ती के 24 घंटे के भीतर दिनांक 29.8.2020 को उसकी मृत्यु हो गयी।
सावधानी-कोरोना लक्षणों के प्रति सतर्क रहते हुये समय से जांच कराकर इलाज करवाये। लक्षणों को नजर अंदाज या देर करने पर गंभीर परिणाम सामने आ रहे है।

Ram Kishore Dubey
Ram Kishore Dubey

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